ऊना/सुशील पंडित: आज ऊना विकास खण्ड के अंतर्गत प्राथमिक सहकारी सभाओं की चयनित प्रबंधक कमेटियों के पदाधिकारियों व सदस्यों को सभा की कार्यप्रणाली से अवगत करवाने व अधिकारों व कर्तव्यों से सभा का सही संचालन करने हेतु प्रशिक्षण शिविर का आयोजन दी नारी कृषि सेवा सहकारी सभा, नारी के कैम्पस में किया गया। इसमंे नारी, टक्का रामसहाय, टक्का बिशनां, बडसाला व धमान्दरी सहकारी सभाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस दौरान ऊनकोफैड के चेयरमैन राजेन्द्र शर्मा ने इस प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ करते हुए उपस्थित सभाओं के प्रतिनिधियों का स्वागत किया और कहा कि प्रदेश सरकार ने सहकारी सभाओ की प्रबंधक कमेटी के सदस्यों के प्रशिक्षण को अनिवार्य करवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रदेश सरकार द्वारा गठित संवैधानिक सहकारिता परिषद की बैठक में सहकारिता मंत्री की अध्यक्षता में लिया गया हैं ताकि सभाओ की प्रबंधक कमेटियां अपनी जिम्मेदारियों, कर्तव्यों व प्रबंधकीय व्यवसाय से भलीभांति प्रशिक्षित हो सके।
इस प्रशिक्षण शिविर के प्रशिक्षण सत्र को गैस्ट प्रवक्ता रमेश जसवाल, सेवानिवृत्त जिला अंकेक्षण अधिकारी नें प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए सभा की प्रबंधक कमेटियों से उनकी प्रबंधकीय व्यवस्था की विस्तार से चर्चा की। सभा के सचिव द्वारा प्रत्येक लेन देन, क्रय-विक्रय व विभागीय निर्देशों को अपनी बैठकों में चर्चा उपरांत लेखबंद से प्रस्ताव पारित करवाना चाहिए। अनियमितताओ पर लगाम लगाने के लिए कार्यप्रणाली को पारदर्शिता से लागू करें। कर्मचारियों के सेवा नियमों के अनुसार ही कार्य करने को सुनिश्चित करें। सभा सदस्यों को सुगम सुविधाओं को सुनिश्चित करें। सभा के कारोबर के विस्तार के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करें व सभा की साधारण सभा में उसकी जानकारियां सदस्यों को दें। ऋण देने से पहले कागजी कार्रवाई पूर्ण करवाएं और उसके बाद ही ऋणों का भुगतान करे। सभा का ऋण नगद दस हजार रूपये सें ऊपर मत करें इससे ऊपर भुगतान उसके खातें में ही करें।
सहकारी अधिनियम व नियमों के संदर्भ में प्रबंधक कमेटी के सदस्यों का मार्गदर्शन करते हुए उन्होंने कहा कि यदि प्रबंधक कमेटी अपने दायित्व के प्रति अनभिज्ञ है तो किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी से उनकों मुक्त नहीं किया जा सकता है। जहां प्रबंधक कमेटी सभा के विकास व विस्तार में अपनी रचनात्मक भूमिका निभाती है वही दूसरी तरफ सभा में अनियमितताओं के लिए भी जिम्मेदार हैं इसलिए सभा के किसी भी कार्य को अनुमोदन करने से पूर्व उसकी भलीभांति जांच करें। सभा के कार्य को सचारू रूप से चलाने के लिए सभा के कर्मचारियों व प्रबंधक कमेटी में आपसी विश्वास व ईमानदारी को सुनिश्चित करना अति आवश्यक हैं। यदि ऋणी अपनें ऋण की अदायगी समय पर नहीं करते तो उनके विरुद्ध सालसी मामले बनाए जाए। अब सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं को राज्य सरकार ने कोलैक्टर की शक्तियां प्रदान कर दी हैं। जिससे अब वसूली की प्रक्रिया सरल व जल्द हो गई हैं।
खण्ड निरीक्षक राखी कुमारी ने सभाओ के प्रतिनिधियों को ऐसे प्रशिक्षण का अक्षर सा अक्षर अमल करे। अंत में ऊनकोफैड के सचिव अंकित बाली ने इस प्रशिक्षण शिविर में आए सभी प्रतिभागियों व मार्गदर्शन के लिए आए विशेष वक्ताओं का आभार प्रगट किया। उन्होंने आशा व्यक्त कि इस प्रशिक्षण शिविर से सभाओ में अच्छी कार्यप्रणाली अमल में लाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने नारी सहकारी सभा के सचिव, प्रधान व प्रबधक कमेटी का ऊनकोफैड के सहायक जगमोहन को प्रशिक्षण शिविर के आयोजन में सहयोग करने पर आभार प्रगट किया।