ऊना/सुशील पंडित: आज अटल बिहारी वाजपेई राजकीय महाविद्यालय, बंगाणा के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार का विषय “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और भविष्य” था। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर सिकंदर नेगी ने की।सेमिनार के मुख्य वक्ता फाइनल ईयर की छात्राएं रितिका शर्मा और हेमलता थीं।
रितिका शर्मा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के विभिन्न पहलुओं और इसके भविष्य में संभावित प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे एआई विभिन्न क्षेत्रों में क्रांति ला सकता है और हमारे जीवन को सरल बना सकता है। उन्होंने एआई के उपयोग से स्वास्थ्य, शिक्षा, और उद्योगों में होने वाले सकारात्मक बदलावों पर भी चर्चा की।हेमलता ने एआई के नैतिक और सामाजिक प्रभावों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि एआई के उपयोग में सावधानी बरतने की आवश्यकता क्यों है और इसके संभावित नकारात्मक प्रभावों से कैसे निपटा जा सकता है। उन्होंने एआई के उपयोग में पारदर्शिता और जिम्मेदारी की महत्ता पर जोर दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और विषय पर गहन चर्चा की। छात्रों ने एआई से संबंधित अपने प्रश्न और शंकाएं प्रस्तुत कीं, जिनका समाधान वक्ताओं ने विस्तार से किया। सेमिनार के अंत में प्रोफेसर सिकंदर नेगी ने बताया कि छात्रों को एआई के विभिन्न पहलुओं को समझने और इसके भविष्य में संभावित प्रभावों पर विचार करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया।इस अवसर पर राजनीति विज्ञान के उपाध्यक्ष वासु शर्मा, महासचिव अंकिता मनकोटिया और सहसचिव तनु ठाकुर आदि मौजूद रहे।