बहनों ने भाई की कलाई पर राखी बंध कर लंबी आयु की कामना की
बद्दी\सचिन बैंसल: बीबीएन में रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर बहनों ने अपनी भाई के कलाई पर राखी बांध कर उनकी लंबी आयु की कामना की। दोपहर डेढ बजे तक भदरा होने के कारण बहनों ने अपने भाईयों को भदरा समाप्त होने के बाद राखी बांधी।
बीबीएन में सभी देश भर के विभिन्न राज्यों के लोग रहते है। यहां पर राखी का पर्व बडे उल्लास व विधि विधान से मनाया गया। सोमवार को डेढ बजे तक भदरा होने के कारण उसके बाद ही इस पर्व को मनाया गया। पंडित सर्वेश नागर मेनवाल ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार भदरा शनि की बहन है।
इसके लगने से यात्रा करना शुभ नहीं माना जाता है। विशेषकर फाल्गुनी व श्रवणी पुर्णिमा को इसका ज्यादा प्रभाव मानते है। उन्होंने बताया कि पहले कुल पुरोहित अपने जजमानो के रक्षा सूत्र (मोली) बांधते थे। वह अपने जजमानों की लंबी आयु व उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते थे लेकिन अब रक्षा सूत्र का व्यापक प्रचार प्रसार होने से बहने अपने भाई के लिए इसे बांधती है। और भाई बहन को उपहार स्वरूप कुछ भी भेंट करता है।
पंडित सर्वेश्वर नागर ने बताया कि रक्षा सूत्र बांधते हुए पुरोहित येन बंधो बली राजा दान बिंद्रो महाबली तेन त्वाम बंधनामी रक्षा मांचल मांचल मंत्र का जाप करते थे। बद्दी निवासी कृष्ण कुमार, दीपू पंडित, मान सिंह मेहता, हरनेक ठाकुर, सचिन बैंसल ने बताया क बीबीएन में अपने भाईयों के रक्षा बांधने के लिए बहने दूर दूर से आई।
पहले यातायात सुविधा नहीं थी उस दौरान बहन पैदल चल कर अपने भाई के राखी बांधने आती थी लेकिन अब सरकार की ओर से बहनों के लिए रक्षाबंधन पर मुफ्त यात्रा का प्रावधान किया गया है।