ऊना/सुशील पंडित:आईआईआईटी ऊना के ऑप्टिका छात्र अध्याय ने “इंजीनियरिंग में ऑप्टिकल सिद्धांतों के अनुप्रयोग (AOPE)-2024” पर एक कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया, जो 18 से 22 नवम्बर 2024 तक आयोजित हुई। यह 5 दिवसीय कार्यक्रम ऑप्टिक्स, फोटोनिक्स और इनकी इंजीनियरिंग में उपयोग के नवीनतम विकास पर केंद्रित था। इस कार्यशाला में विभिन्न इंजीनियरिंग क्षेत्रों से 19 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यशाला की शुरुआत प्रो. राजेन्द्र सिंह (मुख्य अतिथि, आईआईटी दिल्ली) द्वारा की गई, जिसमें प्रो. विपुल रस्तोगी (आईआईटी रुड़की) और प्रो. मनीष गौर (निदेशक, आईआईआईटी ऊना) भी उपस्थित थे। सत्रों का संचालन प्रमुख विशेषज्ञों ने किया, जिनमें प्रो. राजेन्द्र सिंह, प्रो. विपुल रस्तोगी, डॉ. अपर्णा अकुला, डॉ. सचिन कुमार श्रीवास्तव, डॉ. निकुंज गोयल, एस.के. वर्शने, डॉ. अरुण कुमार, डॉ. शोनल चौकसी, प्रो. विनोद करार और डॉ. दिव्या अग्रवाल शामिल थे। प्रत्येक वक्ता ने ऑप्टिक्स और फोटोनिक्स के व्यावहारिक और नवाचारी उपयोगों पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की, जिससे प्रतिभागियों को इस क्षेत्र की गहरी समझ प्राप्त हुई।
कार्यशाला का समापन सफलता पूर्वक हुआ, जिससे आईआईआईटी ऊना की ऑप्टिक्स में अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता प्रदर्शित हुई।
प्रो. मनीष गौर, निदेशक, आईआईआईटी ऊना ने कहा, “मैं ‘इंजीनियरिंग में ऑप्टिकल सिद्धांतों के अनुप्रयोग (AOPE)-2024’ कार्यशाला की सफलता की घोषणा करते हुए प्रसन्न हूं। प्रमुख विशेषज्ञों की मार्गदर्शन में इस कार्यक्रम ने ऑप्टिक्स और फोटोनिक्स के बारे में मूल्यवान जानकारी प्रदान की, जिससे हमारे प्रतिभागियों को इन क्रांतिकारी क्षेत्रों में अन्वेषण और नवाचार करने का अवसर मिला।