एसपी दफतर से आधा किलोमीटर तो आरटीओ दफतर से 50 मीटर है दूरी
बद्दी/सचिन बैंसल: बददी में पिछले कुछ दिनों से खनन माफिया बेलगाम हो चुका है। पहले तो खनन माफिया नदी नालों को छलनी करता था लेकिन अब उसका पीला पंजा सरकारी संपति की ओर भी बढऩे लगा है। खनन माफिया पिछले एक दो माह से पूरी तरह से बीबीएन में सक्रिय हो चुका है। बददी-पिंजौर मार्ग पर जहां एन.एच. द्वारा बनाए गए पुल से लोगों ने राहत की सांस ली थी वहीं खनन माफिया के लिए यहां मौज लग गई। अवैध खनन करने वालों ने फोरलेन के इस पुल के दोनो ओर दिन रात खनन करके अपनी झोलियां भर ली और पुल की नीवों को खोखला करने का प्रयास शुरु कर दिया।यह सारा प्रकरण एस.पी आफिस से आधा किलोमीटर दूर हो रहा है। यहां से खनन लेकर वाहन या तो हरियाणा चले जाते हैं या आसपास के क्रशरों पर पहुंच जाते हैं लेकिन प्रशासन व पुलिस सरकारी संपतियों की रक्षा करने में नाकाम रहे हैं। बडी मुश्किल से यह पुल बना लेकिन अब खनन माफिया चंद मिटटी के टूकडों के चक्कर में इसकी नींव के आसपास रेत बजरी उठाकर इसको खोखला कर रहा है।
हालांकि सरकार ने पुलों के दोनो ओर 500-500 मीटर खनन पर प्रतिबंध लगा रखा है लेकिन इसको मानता कौन है क्योंकि अवैध खनन करने वालों की नजर में यह सामग्री मात्र एक माल है जो कि कैश बिकती है मंहगे दामों पर। पुलिस ने भी जो कैमरे लगाए हैं उसमें भी यह माफिया कवर नहीं हो पाता।
शिकायत नहीं मिली: एसडीएम
इस विषय में एसडीएम बददी विवेक महाजन ने कहा कि बददी-पिंजौर नालागढ़ मार्ग पर बने बाल्द पुल के निकट हो रहे अवैध खनन की शिकायत नहीं आई लेकिन सोशल मीडिया पर जो विडियो चला है उसको आधार बनाकर इस प्रकरण की जांच की जाएगी। मैं स्वयं मौके पर जाकर देखूंगा कि कहां कहां अवैध खनन हो रहा है। जो भी दोषी पाया गया उसको बक्शा नहीं जाएगा।