
वार्ड नं 1 में हुआ खीर पूड़े के भंडारे का आयोजन
बद्दी/सचिन बैंसल: गुरु रविदास जंयती बददी बरोटीवाला में धूमधाम से मनाई गई। जगह जगह आयोजन हुए वहीं कई स्थानों व लंगर व भंडारों का आयोजन किया गया। बददी शहर के वार्ड नं 1, बिलांवाली में और गुल्लरवाला में समारोहों का आयोजन किया गया। बिलावली ओर गुल्लरवाला में श्रीराम सेना के प्रदेश संयोजक राजेश जिंदल व सह संयोजक डा. संदीप कुमार सचदेवा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। दून विधानसभा क्षेत्र में आज विभिन्न स्थानों पर रविदास जयंती के अवसर पर कार्यक्रमों में श्रीराम सेना के संयोजक राजेश जिंदल सह संयोजक डॉ संदीप सचदेवा ने बताया की भगवान रविदास जी के जीवन से हमे प्रेरणा लेनी चाहिए और जात पात से ऊपर उठकर हमे अपने समाज के लिए कार्य करते रहना चाहिए। डॉ संदीप सचदेवा ने कहा कि जाति ना पूछो साधु की पूछ लीजिए ज्ञान मोल करो तलवार का पड़ा रहने दो मयान । इंसान की पहचान उसकी जात पात से नही बल्कि उसके कर्मो उसके विचारो उसके संस्कारों से होती है । हर इंसान को अपने धर्म अपने समाज के प्रति कार्य करते रहना चाहिए ताकि समाज का उत्थान हो सके ।
वहीं श्रीराम सेना के संयोजक राजेश जिंदल ने कहा की हम सब हिंदुओं में सामाजिक समरसता का भाव होना चाहिए ताकि समाज का कल्याण हो सके । उन्होंने गुरु रविदास के उपदेशों को अपने जीवन में धारण करने के लिए कहा नर सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है । इस अवसर पर उन्होंने रविदास मंदिर गुल्लरवाला व बिलांवली गुजरा शिव मंदिर को एक एक वाटर कूलर देने की घोषणा की। वही बद्दी के वार्ड नंबर एक में दो दिन पूर्व ही रविदास मंदिर में पाठ रखवाया गया था ।जिसका भोग 12 तारीख को झंडे की रस्म अदा करने के बाद किया गया। उसके बाद अटूट लंगर बरता ।इस अवसर पर बिलांवली गुजरां के चरण दास, मनीष कुमार, सुखदेव सिंह, गुरमीत सिंह, बलदेव सिंह पुल्ली आदि लोग उपस्थित रहे तथा गुरु रविदास मंदिर गुल्लरवाला के राम कृष्ण, गुरदेव सिंह, गुरमीत सिंह, गुरचरण सिंह, चरणजीत सिंह, राजेश कुमार, रमेश कुमार, श्याम लाल, कृष्ण कुमार, अवतार सिंह, संत लाल आदि और वार्ड नं 1 के रविदास मंदिर में जगदीश चंद मल्ली, राज कुमार राजू, राम पाल, अमरचंद, पाल सिंह, मदन कुमार, हरप्रीत सिंह, रामु, निर्मल सिंह, विनोद कुमार, गोपाल, बिल्ला, विक्रम, अशोक, विशाल, संजू, कृष्ण, केवल, गुरबाग, तरसेम ,रमेश, मीता राम , अरुण, सुनील, अनिल, तारु, गुरप्रीत, रिंकू आदि लोग मोजूद रहे।