ऊना/सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश – 26 नवंबर, 2024- भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) ऊना ने संविधान दिवस और जनजातीय गौरव दिवस मनाया। इस अवसर पर भारतीय संविधान को अपनाने और जनजातीय समुदायों के योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
सुबह 10:40 बजे संस्थान के निदेशक ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया, जिसमें संस्थान के सभी शिक्षकों और कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर, निदेशक ने संविधान के महत्व और उसकी मूल भावना पर प्रकाश डाला।
“भारतीय संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह एक समावेशी, समानता और प्रगतिशील समाज बनाने के लिए हमारा मार्गदर्शन करता है। संविधान दिवस पर, हम इसे बनाए रखने और राष्ट्र के उज्जवल भविष्य के लिए प्रतिबद्ध रहने का संकल्प लें।”
निदेशक ने जनजातीय समुदायों के बलिदानों और योगदानों का भी उल्लेख करते हुए, उनके देश के विकास में महत्व पर जोर दिया।
दोपहर 3:00 बजे, संस्थान में विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे क्विज़, नारा लेखन, चित्रकला, गायन, और कविता पाठ आयोजित की गईं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य छात्रों में समर्पण की भावना विकसित करना और उन्हें समतामूलक समाज बनाने के लिए प्रेरित करना था।
इस अवसर पर छात्रों ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले की याद में श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान निर्दोष लोगों और बहादुर पुलिस अधिकारियों, जैसे हेमंत करकरे, विजय सालस्कर, और अशोक कामटे, को सम्मानपूर्वक याद किया गया।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ, जिसमें देशभक्ति और एकता की भावना झलकती थी।