ऊना/सुशील पंडित: सूचना एवं जन संपर्क विभाग के सांस्कृतिक दलों द्वारा आज छपरोह, बुडवार, भटोली और फतेहपुर में सरकार द्वारा कार्यान्वित की जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं की गीत-संगीत व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जानकारी प्रदान की गई।
इस दौरान नटराज कलामंच, नादौन और लोटस वैल्फेयर सोसायटी, शिमला के कलाकारों ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में अमूल्य वन संपदा धरोहर के रूप में विद्यमान है। इस वन संपदा के संरक्षण एवं विस्तार की दिशा में अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। नई वन योजनाओ और पौधारोपण के बड़े अभियान से परिणामस्वरूप वनों का घनत्व बढ़ा है। स्कूलों में विद्यार्थियों में वन व पर्यावरण संरक्षण की भावना जागृत करने हेतु विद्यार्थी वन मित्र योजनाा आरंभ की गई है जिसके तहत विभिन्न स्कूलों को एक निर्धारित वन क्षेत्र विद्यार्थियों द्वारा पौधे लगाने व उनकी देख-रेख के लिए आवंटित किया जा रहा है। वनों के प्रबंधन के लिए स्थानीय लोगों को सक्रिय रूप से जोड़ने के लिए नई सामुदायिक वन संवर्धन योजना शुरू की गई है। इससे गांवों के आसपास खाली वन क्षेत्र पर न केवल पौधारोपण किया जाएगा अपितु लोगों द्वारा स्वयं निर्धारित अन्य भू एवं वन संवर्धन कार्य किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि जंगली बूटियों को बेचने व निजी जमीन से इनके उत्पादन को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से वन समृद्धि-जन समृद्धि योजना शुरु की गई है। इस योजना के तहत जड़ी-बूटी पर आधारित औषधि निर्माण के उद्योगों को बढ़ावा देन के लिए 25 प्रतिशत तक अनुदान देने तथा व्यक्तिगत निजी उद्यमी को जड़ी-बूटी व्यापार संबंधी प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान भी है।
इस अवसर पर स्थानीय ग्राम पंचायतों के प्रधान, उपप्रधान व अन्य पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित रहे।