कृषि सेवा समिति ईसपुर गबन मामले में पुत्र के बाद अब पिता गिरफ्तार
ऊना/
सुशील पंडित। कृषि सेवा समिति ईसपुर में कथित लाखों के घोटाला मामले में समिति के पूर्व सचिव को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। समिति के सचिव व पूर्व सचिव आपस में पुत्र व पिता हैं पुलिस ने फॉरेंसिक जांच लैब जुन्गा से रिपोर्ट मिलने के बाद गिरफ्तारी को अंजाम दिया है।
जानकारी देते हुए डीएसपी विजिलेंस अनिल मैहता (ऊना शाखा) ने बताया कि ईसपुर सोसायटी में हुए गबन के मामले में पहली एफआईआर 7 अक्टूबर 2020 को हुई थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए समिति के सचिव को तुरंत गिरफ्तार कर लिया था। सचिव से पूछताछ और दस्तावेजों की फोरेंसिक जांच में खुलासा हुआ कि समिति द्वारा जो उधार के परनोट लिखे गए हैं, वे झूठे व अप्रमाणिक हैं। इतना ही नहीं दस्तावेजों की लिखावट की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि तत्कालीन सचिव (शाम लाल) के स्थान पर उक्त दस्तावेज शाम लाल के पिता तिलक राज (70), जोकि समिति के पूर्व सचिव थे, उनके द्वारा लिखे गए थे। दस्तावेजों कि जांच में यह प्रमाणित हुआ कि समिति के पूर्व सचिव तिलक राज ने 4,15,000 लाख के ऋण को 4 से पहले 8 लिख कर 84,15,000 लाख कर दिया है। फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने शनिवार को तिलक राज (70) को भी हिरासत में ले लिया है।
हालांकि पुलिस की जांच में तिलक राज पहले से ही संदिग्ध था और पुलिस की जांच में शामिल था। पुलिस तिलक राज से निरंतर पूछताछ कर रही थी, लेकिन उसने पुलिस को कोई सहयोग नहीं किया। और न ही उस ने इस मामले में कोई सच्चाई ही बताई कि उसने गबन का पैसा कहां रखा है। फॉरेंसिक जांच केन्द्र जुन्गा से हस्तलेखन की रिपोर्ट में साबित हुआ कि उक्त ऋण परनोट तिलक राज द्वारा ही लिखे गए हैं। इसी रिपोर्ट के आधार पर विषेश जांच यूनिट द्वारा तिलक राज (70) की गिरफ्तारी की गई है। मामले की जांच एसआईयू,एसवी और एएसवी शिमला द्वारा की जा रही है।