अंबालाः हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज अंबाला छावनी के PWD रेस्ट हाउस में जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान एक बार फिर से मंत्री का कड़क अंदाज देखने को मिला। दरअसल, महिला की शिकायत पर नाराज होते हुए कैबिनेट मंत्री SHO पर भड़क गए। महिला ने रोते हुए मंत्री के सामने पैसों के लेन-देन से जुड़ा मामला रखा तो वह भड़क गए। महिला ने कहा कि कई दिन बाद भी उनकी FIR दर्ज नहीं हुई है। SHO दूसरी पार्टी को बढ़ावा दे रहे हैं। इस पर वहां खड़े SHO ने कहा कि वो दोनों पार्टियों को 3 बार अपना पक्ष रखने को बुला चुके हैं। इस दौरान SHO और महिला व उसके परिजनों में बहस हुई।
अनिल विज ने अधिकारी को जमकर फटकार लगाई और एफआईआर दर्ज न करने पर वह नाराज हो गए। उन्होंने SHO सतीश कुमार को सस्पेंड करने तक का आदेश दे दिया। इस दौरान विज ने DGP शत्रुजीत कपूर को फोन किया और कहा कि मुझे सस्पेंशन ऑर्डर चाहिए। ये SHO किसी की नहीं मानता। लोगों को तंग करता है। गुस्से में मंत्री अनिल विज ने SHO सतीश कुमार से सवाल पूछा, ”तूने एफआईआर दर्ज की या नहीं?” एसएचओ ने एग्रीमेंट का उल्लेख किया तो विज फिर भड़क गए और पूछा कि FIR दर्ज करी या नहीं करी। विज ने FIR को लेकर कई बार उनसे पूछा। एसएचओ ने कहा कि सिविल सूट बनता है, मैं कैसे FIR दर्ज करूं।
इस पर महिला के परिजनों ने SHO की बात को गलत बताया। विज ने फिर पूछा कि मुझे ये बताओ कि FIR करी या नहीं। एसएचओ ने इनकार किया तो मंत्री ने उनको सस्पेंड करने के आदेश दिए। इसके बाद मंत्री ने एसएचओ को धमकाते व इशारा करते हुए कहा कि चल बाहर। इस दौरान महिला ने फिर कहा कि सर हमारा फैसला करा दो प्लीज।उन्होंने आगे कहा, ”पहले एफआईआर दर्ज करो और फिर देखो क्या करना है या नहीं करना है। कानून है पहले शिकायत दर्ज करने की और इसे दर्ज करो।”
इस दौरान पीड़ित महिला लगातार अनिल विज के सामने उनके मामले को लेकर फैसला करने की बात कहती रही। जनसुनवाई के दौरान कई और नेता भी मौजूद रहे। पिछले महीने हरियाणा के ट्रांसपोर्ट मंत्री अनिल विज ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को भी फटकार लगाई थी। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा था कि प्रदेश में बिना नंबर के कोई भी गाड़ी सड़क पर नहीं होना चाहिए। उन्होंने दो टूक कहा था कि अगर ऐसी कोई भी गाड़ी मिलती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।