चंडीगढ़़। पंजाब में 10 दिन से रेलवे ट्रैक पर बैठे किसानों ने धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी है। इसी के साथ पंजाब रूट पर जल्द ट्रेन ट्रैफिक बहाल होने की संभावना है। जालंधर कैंट रेलवे स्टेशन से मिली जानकारी के अनुसार पहले पाथवे और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के जवान ट्रैक को चेक करेंगे। उसके बाद पायलट इंजन चलाया जाएगा। सबकुछ ठीक पाए जाने पर रेल यातायात बहाल कर दिया जाएगा। धरने के कारण रेलवे को पंजाब रूट पर ट्रेनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो गई थी। रविवार को कुल 180 ट्रेनों को या तो रद्द करना पड़ा या फिर शॉर्ट टर्मिनेटेड/शॉर्ट ओरिजनेट करना पड़ा था।
चंडीगढ़ में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ बैठक के बाद किसानों ने ब्यास-अमृतसर रेल खंड पर जंडियाला-मानावाला के मध्य जालंधर-पठानकोट रेल खंड पर टांडा उड़मड़, अमृतसर खेमकरण रेलखंड पर तरनतारन फिरोजपुर बठिंडा रेल खंड पर फिरोजपुर यार्ड में, फिरोजपुर लुधियाना रेल खंड पर मोगा में, फाजिल्का कोटकपूरा रेलखंड पर एवं जालंधर छावनी रेलवे स्टेशन से धरना उठाना शुरू कर दिया है।
बता दें कि पंजाब सरकार से मांगें मनवाने के लिए 20 दिसंबर को किसान मजदूर संगठन समिति ने रेल रोको आंदोलन शुरू किया था। शुरुआत में किसान-मजदूर चार स्थानों पर रेलवे ट्रैक पर बैठे थे। इसके बाद उन्होंने प्रदर्शन तेज कर दिया और वे जालंधर कैंट सहित 7 स्थानों पर धरना देने लगे।