चंडीगढ़ः हरियाणा-पंजाब की सीमा पर खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आज 18वां दिन शुरू हो गया है। उनकी हालत लगातार बिगड़ रही है। उनकी स्वास्थ्य की जांच कर रहे चिकित्सकों का कहना है कि अब डल्लेवाल का शरीर ही उनके शरीर को खाने लगा है। किडनी, लिवर बहुत कमजोर हो चुके हैं। किसी भी समय किडनी और लिवर फेल हो सकता है।
वहीं हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता जा रहा है। डल्लेवाल कैंसर के मरीज भी हैं और उन्होंने भोजन के अलावा दवाएं भी खाना बंद कर दी है। वहीं डल्लेवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है और उस पर खून से साइन किए है। पत्र में डल्लेवाल ने लिखा कि या तो 2011 में किया वादा पूरा करें या फिर मेरी कुर्बानी लेने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि अगर मेरी मौत हुई तो इसकी जिम्मेदारी आपकी होगी।
डॉक्टरों का कहना है कि डल्लेवाल के बिगड़ते स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें इलाज की सख्त जरूरत है। नहीं तो स्थिति बिगड़ सकती है। उनका वजन 12 किलो कम हो गया है। ऐसे में डॉक्टर्स 24 घंटे उनकी स्वास्थ्य जांच के लिए मॉनिटरिंग कर रहे हैं। डल्लेवाल की सेहत पर पल-पल की नजर बनाए हुए हैं।
इधर, दूसरी तरफ डल्लेवाल के आमरण अनशन को लेकर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने एक जनहित याचिका दाखिल की है। याचिका में उन्होंने कोर्ट से मांग की है कि जल्द से जल्द डल्लेवाल के अनशन को खत्म करवाया जाए। साथ ही मांग की गई है की डल्लेवाल को जरूरी डॉक्टरी सहायता देने के लिए जरूरी कदम भी उठाए जाएं। उनकी मांग है कि जल्द इस मामले की सुनवाई की जाए।