नई दिल्ली. सोशल मीडिया नो लोगों के बीच दूरी को जितना कम किया है उतना ही खतरा भी बढ़ा दिया है. आज के समय में, दिन पर दिन साइबर चोरी के मामलों में बढ़त देखी जा रही है और सोशल मीडिया इसका प्रमुख और बेहद आसान जरिया है. हाल ही में, दुनिया के प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, वॉट्सएप, इंस्टाग्राम और फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा ने एक चेतावनी जारी की है जिसमें उन्होंने अपने तमाम यूजर्स को इस बारे में सतर्क किया है कि कई सारी ऐसी फिशिंग वेबसाईट्स हैं जो बिल्कुल इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के होम पेज की तरह दिखती हैं पर असल में धोखे का एक माध्यम हैं.
आपको बता दें कि खुद मेटा ने इस बात की जानकारी सामने रखी है कि उन्होंने 39 हजार से ज्यादा वेबसाईट्स का पता लगाया है जो इन लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, वॉट्सएप, इंस्टाग्राम और फेसबुक की तरह लगती हैं और यूजर्स से उनके पासवर्ड्स आदि लेने में सफल भी हो रही हैं. इन वेबसाईट्स से साइबर चोर लोगों के पासवर्ड्स और उनके डिटेल्स ले रहे हैं.
इस फिशिंग स्कैम के जरिए चोर फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सएप जैसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म्स की नकली वेबसाईट्स बनाते हैं और किसी अजीब से लिंक पर यूजर को क्लिक करने के लिए मजबूर करते हैं. असली वेबसाईट से जुड़ी जानकारी समझकर यूजर्स इस लिंक पर क्लिक कर देते हैं और लॉग-इन पासवर्ड आदि दे देते हैं और अपना डेटा और कभी-कभी पैसे भी गंवा बैठते हैं.
अपने यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिए और इस तरह के स्कैम को खत्म करने के लिए मेटा ने इन साइबर चोरों के खिलाफ कैलिफोर्निया कोर्ट में मुकदमा भी दर्ज किया है. मेटा के हिसाब से इस मुकदमे के जरिए वो अपने यूजर्स की सुरक्षा तो करेंगे ही, साथ ही, उन लोगों को भी एक कड़ा मैसेज देंगे जो इन प्लेटफॉर्म्स और यूजर्स का गलत फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं.
अगर आप सोच रहे हैं कि साइबर चोरों के इस झांसे से आप किस तरह बच सकते हैं तो हम आपको बता दें कि कुछ ऐसी बातें हैं, जिनका आप ध्यान रखकर खुद को इस सकाम से बचकर रह सकते हैं. सबसे पहले, किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले छानबीन कर लें और उसके बारे में जानकारी प्राप्त कर लें. साथ ही, कोई भी ऐक्टिविटी करने से पहले लिंक के यूआरएल को चेक करें.