Social Media: सोशल मीडिया भी ऐसी चीज है, जिसपर अचानक कभी भी और कुछ भी ट्रेंड होने लग जाता है। जब आप उस ट्रेंड को समझने के लिए हैशटैग पर क्लिक करते हैं तो देखते हैं कि कुछ अजीबोगरीब टॉपिक या अटपटी तस्वीरें वायरल हो रही होती हैं। कुछ ऐसा ही आज सुबह देखने को मिला, जब सोमवार की तड़के सुबह 5ः28 मिनट पर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 4.3 तीव्रता का भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र पोर्ट ब्लेयर, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से 218 किमी दक्षिण पूर्व में था। भूकंप के झटके 16 किलोमीटर की गहराई में थे। वहीं, उसके बाद सुबह 7ः48 मिनट पर मणिपुर के उखरुल इलाके में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।
भूकंप के झटके आने के बाद ट्विटर पर #Earthquake वायरल हो गया। इस हैशटैग में इस बात की जानकारी तो देखने को मिली, लेकिन इसके साथ एक ऐसी तस्वीर वायरल होने लगी, जिसपर यकीन कर पाना मुमकिन नहीं हो रहा था। ऐसा इसलिए क्योंकि, ट्विटर पर जो लोग #Earthquake हैशटैग के साथ तस्वीर साझा कर रहे थे, उसमें कोरिया में भूंकप की जानकारी दी जा रही थी। जबकि, इस बारे में ऐसी कोई भी खबर नहीं थी। यूजर्स ट्रेंड बनाने और ट्रोलिंग के लिए हैशटैग का इस्तेमाल करते हैं। इस तस्वीर से भूकंप का कोई नाता नहीं था।
गौर करने वाली बात यह है कि वायरल होने वाली फोटो कोई आम तस्वीर नहीं है। इसमें दो लड़कियां और एक लड़का टॉवेल पहनकर सड़क के किनारे नंगे पैर खड़े हुए हैं। ट्विटर पर यूजर्स ने इस तस्वीर को शेयर करके लोगों को कन्फ्यूज कर दिया। यूजर्स का कहना है कि कोरिया में भूकंप के कारण लोग बाहर आकर खड़े हो गए, जिसके बाद यह तस्वीर आई। हालांकि, इस तस्वीर का भूकंप से कोई भी लेना-देना नहीं है। यह एक पुरानी तस्वीर है, जोकि वियतनाम के हनोई की है। यूट्यूब चैनल के लिए एक होटल के बाहर वीडियो बनाते वक्त इस तस्वीर को कैप्चर किया गया था, जिसे लोगों ने गलत मतलब के लिए सोशल मीडिया पर यूज किया। यह तस्वीर करीब 4 साल पुरानी है। जिसकी पुष्टि वियतनाम के एक न्यूज वेबसाइट ने की।