
अमरोहा। उत्तर प्रदेश में इन दिनों विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गर्म है। पार्टी नेता प्रतिद्वंद्वियों पर आरोप लगाने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। इन सबके बीच प्रदश के अमरोहा से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां पर बीएसपी प्रत्याशी ने पुलिस पर कार्यालय में तोड़फोड़ का आरोप लगाया है।
बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी नावेद अयाज ने तोड़फोड़ करने का आरोप पुलिस पर लगाया है। नावेद अयाज का कहना है कि मेरे एक समर्थक मुझे लड्डुओं से तोलना चाहते थे। पुलिस ने मेरे पहुंचने से पहले वहां लाठीचार्ज कर दिया। अयाज का आरोप है कि पुलिस ने उनकी मुखबिरी भी की। पहले लाइट कटवाई गई और उसके बाद लाठी चार्ज किया गया। बीएसपी प्रत्याशी ने कहा कि पुलिस ने गलत सूचना दी। मैंने पुलिस से कहा था कि मैं प्रशासन का सहयोग करता हूं।
नावेद अयाज की मानें तो उनके चुनाव कार्यालय में पुलिस ने घुसकर कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाईं और तोड़फोड़ किया। साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी पर आऱोप लगाते हुए कहा कि बाप-बेटे बीजेपी से मिले हुए हैं। 100 -200 लोग बीजेपी के चुनाव कार्यलय में नहीं बैठे हैं। प्रशासन कह कर गया है कि तेरा कार्यालय नहीं चलने देंगे। नवेद ने कहा कि सीधी सी बात है, जो चुनाव हार रहा है, जमीन खिसक गई है, उसी की साजिश है। वो ही बीजेपी से मिले हुए हैं। बीजेपी का दोस्त सपा के चिन्ह पर लड़ रहा है।
नावेद अयाज ने कहा कि मैं बीएसपी का प्रत्याशी हूं। नाराज पब्लिक इकट्ठा हो रही है। इसमें मेरी गलती नहीं है। एक जगह मेरे कार्यकर्तां ने लड्डुओं से तोलने का कार्यक्रम रखा था। एक लड़के ने लाइट कटवा दी। उसके बाद पुलिस ने आकर लाठी चार्ज कर दिया। मैंने कहा कि एक्शन लेने से पहले मुझे सूचना देनी चाहिए थी। फिर मैंने पार्टी कार्यकर्ताओं का कार्यक्रम निबटाया।
अमरोहा के सीओ सिटी वीके राणा का कहना है कि पुलिस को इनपुट मिले थे कि रात 8 बजे के बाद भी बसपा के नावेद अयाज द्वारा चुनाव प्रचार किया जा रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो हंगामा हुआ। कुछ घायलों को छोड़कर लोग भागने लगे। मामले की जांच की जा रही है। आचार संहिता के उल्लंघन को देखते हुए मामला दर्ज किया जा रहा है।