कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कानपुर रैली में हिंसा की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। पीएम मोदी की रैली के दौरान हिंसा भड़काने की साजिश रचने और गाड़ी में तोड़फोड़ करने के मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। पीएम मोदी के कानपुर दौरे के दौरान तोड़फोड़ व मारपीट के मामले में पुलिस ने नौबस्ता थाने में मामला दर्ज किया है और अब तक पांच सपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम हैं- सुकांत शर्मा, सचिन केसरवानी, अभिषेक रावत और निकेश कुमार। इसकी पुष्टि खुद अपर पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने की है। आरोप है कि सपा नेताओं ने पीएम मोदी के कार्यक्रम में फसाद कराने की कोशिश में गाड़ी में तोड़फोड़ और आगजनी की थी और इसका वीडियो भी वायरल किया गया था।
अपर पुलिस आयुक्त आनन्द प्रकाश तिवारी ने की पुष्टि कि अब तक सपा के चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. हमलोगों ने उस गाड़ी को बरामद कर लिया है. हमने आठ लोगों को चिह्नित कर लिया है और उसमें से बाकी बचे चार की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है. जिस गाड़ी में तोड़फोड़ हुई, वह गाड़ी अंकुर पटेल नाम के शख्स की है, जो 2019 से 2020 तक समाजवादी पार्टी में पिछड़ा वर्ग के प्रकोष्ठ सचिव रहे हैं. फिलहाल, सभी एंगल से जांच की जा रही है।
वहीं, पुलिस कमिश्नर अरुण ने बताया कि नौबस्ता थाना क्षेत्र में एक घटना प्रकाश में आई है, जिसमें एक राजनीतिक पार्टियों के कुछ व्यक्तियों द्वारा प्रदर्शन के नाम पर अभद्र व्यवहार किया गया. एक गाड़ी और अन्य वाहनों के साथ तोड़फोड़ की गई है. मारपीट की गई है. यह किसी भी तरीके से अक्षम्य में नहीं है. राजनीतिक प्रदर्शन के नाम पर कोई भी कानून को अपने हाथ में नहीं ले सकता. इन सभी उपद्रवियों को चिन्हित कर लिया गया है इनकी गिरफ्तारी की जाएगी और कठोर कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी. चुनाव का माहौल बन रहा है सभी लोग शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव की प्रक्रिया में शामिल हूं. जो इस तरह की राजनीति कर रहे हैं, उनका कोई स्थान नहीं है. उनके खिलाफ बहुत ही कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कानपुर रैली में फसाद कराने के लिए जो बड़ी साजिश रची गई थी, उसका पर्दाफाश यूपी पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे और वीडियो फुटेज के आधार पर किया है. सरकारी सूत्रों ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी की रैली के ठीक पहले कानपुर के नौबस्ता में समाजवादी पार्टी के नेता ने ने खुद अपनी ही गाड़ी पर पीएम मोदी का पोस्टर लगाकर जमकर तोड़फोड़ की और आगजनी भी की. इसमें उनके साथ सात अन्य सपा नेता शामिल थे. आरोप है कि सपा नेताओं ने तोड़फोड़ और आगजनी का वीडियो रैली से ठीक पहले वायरल भी किया गया. वीडियो के जरिए बीजेपी कार्यकर्ताओं को उकसाने की साजिश थी. रैली में आए लोगों को उग्र करने और रैली में हिंसा कराने की साजिश रची गई थी. मगर पुलिस की मुस्तैदी से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
बता दें कि कल पीएम मोदी कानपुर में थे, जहां उन्होंने कानपुर मेट्रो का उद्घाटन किया और कई योजाओं की सौगात दी. कानपुर में रैली यानी जनसभा को संबोधित करने से पहले मोदी ने मेट्रो रेल से यात्रा की और उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे. पीएम मोदी ने कानपुर मेट्रो रेल परियोजना प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। मेट्रो परियोजना दो चरणों में पूरी होगी एवं दो कॉरिडोर होंगे. कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के 32.6 किलोमीटर लंबे दोनों कॉरिडोर में कुल 30 मेट्रो स्टेशन होंगे. बयान में कहा गया कि मेट्रो से एक बार में 974 यात्री सफर कर सकेंगे और ट्रेन की रफ्तार 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी । इसके अनुसार, पहले कॉरिडोर की लंबाई भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर से नौबस्ता तक 24 किलोमीटर की होगी।