
नई दिल्लीः त्रिपुरा के खोवाई में मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति ने पहले अपने दो बच्चों को धारदार हथियार से मार डाला और फिर घर से बाहर निकल गया। इसके बाद वह पूरे इलाके में घर-घर जाकर हमला करने लगा। इस दौरान उसने एक ऑटो रिक्शा में बैठे दो लोगों पर हमला किया। तब तक भारी संख्या में पुलिस वहां पहुंच चुकी थी। ऐसे में खोवाई थाना के इंस्पेक्टर सत्यजीत मलिक ने जब आरोपी प्रदीप देवराय को पकड़ने की कोशिश की तो उसने मल्लिक को भी बुरी तरह घायल कर दिया। बाद में उनकी भी मौत हो गई। इसके बाद किसी तरह पुलिस वालों ने देवराय को पकड़ा और उसे थाने लाया गया।
पुलिस के मुताबिक प्रदीप देवराय पिछले कई दिनों से अवसाद ग्रस्त था और उसने सभी से बातचीत बंद कर दी थी। कल अचानक आधी रात को नींद से उठ कर उसने घर में रखी कुल्हाड़ी हाथ में ली और सबसे पहले अपने दोनों बच्चों को मारना शुरू किया। इस दौरान उसकी पत्नी के साथ भी मारपीट हुई। पत्नी ने उसे घायल किया और किसी तरह दूर हट गई। लेकिन वह भी बुरी तरह घायल हो गई। फिर वह घर से बाहर निकल गया और मुहल्ले के दूसरे घरों में हमला करने लगा। लोग इतना डर चुके थे कि कुछ देर तक तो कोई घर से बाहर नहीं निकला।
फिर सभी ने हिम्मत जुटाकर एक साथ बाहर निकलकर प्रदीप को भगाने की कोशिश की। इस दौरान प्रदीप मोहल्ले के चौराहे पर आ गया। यहां एक ऑटो रिक्शा आ रहा था जिसमें बैठे दो लोगों पर उसने हथियार से हमला किया। इस हमले में बाप कृष्ण दास की मौके पर ही मौत हो गई जबकि बेटा करणबीर दास गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद प्रदीप के हमले में एक पुलिस इंस्पेक्टर सत्यजीत मलिक की भी जान चली गई।
प्रदीप के हमले में कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। इनमें से कुछ की हालत गंभीर है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है और प्रदीप के इस खूनी हिंसक बर्ताव की वजह का पता लगाने की कोशिश हो रही है।