बंद कराने के बाद भी उपभोक्ताओं के बिना पूछे खाते से उड़ाए जा रहे पैसे…
बद्दी व नालागढ़ में मामले सामने आने से उपभोक्ताओं में दहशत…
बद्दी (सचिन बैंसल)। भारतीय स्टेट बैंक के क्रेडिट कार्ड वर्तमान में लोगों की गले की फांस बनते जा रहे है। बंद करने के बावजूद भी रेंट के रूप में पैसा अपने आप ही खाते से अवैध रूप से काटा जा रहा है। जिससे लोगों में बैंक की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे है। बैंक एसबीआई कार्ड को अपना मानने से इंकार कर रहा है लेकिन बैंक ने इस विभाग अपने बैंक में जगह दी रखी है। उपभोक्ता बैंक को देख कर इसका जाल में फंसता है।
बद्दी के वार्ड नंबर दो निवासी केके कौशल का तीन साल पहले फोन पर बैंक कर्मी की बात होने पर क्रेडिट कार्ड घर पर पोस्ट से पहुंच गया। उन्होंने कुछ समय तक इसका उपयोग किया लेकिन जब उन्हें इसके फायदे की जगह नुकसान दिखाई दिया तो उन्होंने तुरंत बैंक में जाकर इसे बंद करने को कहा लेकिन बैंक के कई चक्कर काटने के बाद उन्हें आश्वासन दिया गया कि उनका कार्ड बंद हो गया है। लेकिन एक साल के बाद उन्हें खाते से बिना पूछे 4949 रुपये काट दिये गए।
जब उन्होंने इस बारे में बैंक में जाकर पूछताछ की तो कोई भी इसकी जिम्मेदारी लेने के तैयार नहीं हुआ। उन्होंने बैंक में कार्ड बंद करने के लिए आवेदन दिया लेकिन डिलिंग हैंड उसे लेने को भी तैयार नहीं हुई। काफी देर तक बहस करने के बाद बैंक मैनेजर ने बंद करने का आवेदन लिया। केके कौशल ने बताया कि उन्होंने आवेदन में लिखा है कि तुरंत उनका कार्ड बंद किया जाए और बिना पूछे खाते से काटे 4949 रुपये वापस लौटाए जाएं। जबकि शुरू में क्रेडिट कार्ड की फीस 16 सौ रुपये बताई गई थी।
वहीं नालागढ़ में पीएनबी बैंक से सेवाविृत हुए अधिकारी आरके धीमान ने बताया कि वर्ष 2006 में स्टेट बैंक आफ पटियाला के प्रंबधक के आग्रह पर क्रेडिट कार्ड इसलिए लिया था कि बैंक कर्मियों के लिए कोई प्रभार नहीं थी,लेकिन कार्ड में पता नालागढ़ के बजाए बद्दी लिखा गया था। पता गलत होने के बावजूद उन्होंने इस कार्ड को एक्टिव नहीं कराया। लेकिन बैंक कर्मी ने अपनी मर्जी से कार्ड के एवज में राशि काटनी शुरू कर दी। कई बार मेल करके उन्हें कार्ड बंद करने का आग्रह किया गया लेकिन बंद नहीं हुआ और अभी भी 44 283 रुपये की मांग बैंक कर रहा है। और लगातार फोन आ रहे पर हैरानी की बात है कि जब कार्ड का प्रयोग ही नहीं हुआ तो पैसे किस बात दिए जाए।
लगातार उपभोक्ताओं के साथ हो रही धोखाधड़ी से बैंक की साख को धक्का लग रहा है। उधर, स्टैट बैंक बद्दी शाखा प्रंबधक अनिल कुमार ने बताया कि एसबीआई कार्ड और स्टेट बैंक व इंडिया अलग अलग शाखा है। उन्होंने बताया कि उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।