कांग्रेस के उपाध्यक्ष ने ट्रक आपरेटरों को राहत देने की मांग रखी…
टैक्स कम न होने पर आपरेटरों ने दी आंदोलन की धमकी…
बद्दी/सोलन (सचिन बैंसल)। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी राम कुमार ने ट्रक संचालकों पर गुड्स टैक्स का बोझ डालने पर कड़े शब्दो में निंदा की है। पहले से मंदी की मार झेल रहे ट्रक संचाचकों को राहत देने की मांग की है। सरकार अगर ट्रकों के गुड्स टैक्स माफ नहीं करती है तो ट्रक आपरेटरों को मजबूरन आंदोलन पर जाना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार को होगी।
उन्होंने बताया कि निजी बस संचालकों ने शौर मचाया तो उनका माफ कर दिया जबकि कोरोना काल अपनी जान पर खेलते हुए ट्रक संचालकों ने एक स्थान से दूसरे स्थान पर सामान पहुंचाया उनका माफ करने की बजाए उल्टा उन पर टैक्स का बोझ बढ़ा दिया है। हिमाचल प्रदेश के ट्रक ऑपरेटरों को गुड्स टैक्स का बड़ा झटका देते हुए पहले जहां 6 टायर वाली गाड़ी पर गुड्स टैक्स 6 हजार था वह अब बढ़ा कर पर 10 हजार कर दिया और 10 टायर वाली गाड़ी गाड़ी का दस हजार से बढ़ा कर सीधा ₹15 हजार गुड्स टैक्स कर दिया है।
उन्होंने कहा कि पहले यह टैक्स एक्साइज विभाग वसूल करता था अब यह पावर आरटीओ को दे दी गई है और बिना टैक्स की क्लीयरेंस के गाड़ी की पासिंग बंद कर दी गई है जो कि सरकार की ओर से ट्रक ऑपरेटरों के ऊपर बहुत बड़ा बोझ डाल दिया है और जिन गाडिय़ों के पिछले टैक्स जमा नहीं किए गए हैं उनके ऊपर 18 फीसदी ब्याज और पेनल्टी के साथ उनको एनओसी जारी होगा, जिससे कई ट्रक ऑपरेटर्स की गाडियां बिक जाएंगी। यह आपरेटरों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि पिछले सभी प्रकार के टैक्स बस ऑपरेटर्स के माफ किए हैं उसी तर्ज पर ट्रकों पर पुराने गुड्स टैक्स माफ करें। ट्रक ऑपरेटर महंगे डीजल, टायर, स्पेयर पार्ट,महंगी इंश्योरेंस और मंदी की मार झेल रहे हैं। दूसरे उद्योगों के दबाव में आकर पहले ही ट्रक संचालकों को भाड़ा कम कर दिया है। इसलिए सरकार से मांग है कि कि जिस तरीके से बसों के पुराने टैक्स माफ किए हैं उसी तर्ज पर हिमाचल प्रदेश के ट्रक ऑपरेटर्स के गुड्स टैक्स माफ करने की कृपा करें अन्यथा मजबूरन हिमाचल के ट्रक ऑपरेटरों को आंदोलन पर जाना पड़ेगा इसकी जिम्मेदार सरकार होगी।