जालंधर, ENS: नगर निगम चुनाव में 21 दिसंबर को होने वाले चुनावों को लेकर कांग्रेस विधायक परगट सिंह का बयान सामने आया है। इस मामले में परगट सिंह ने कहा कि इस चुनावों में भाजपा का शहर में आधार है, लेकिन कांग्रेस, भाजपा और आप पार्टी के त्रिकोणी मुकाबले में कांग्रेस को इसका फायदा मिलेगा। वोटर आप पार्टी की कार्रगुजारी के परेशान हो चुके है। पिछले करीब 3 सालों में कोई ऐसा काम नहीं किया जिसका पंजाब को फायदा हुआ है। इसमें चाहे किसानी मुद्दा हो या फिर लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति हो, फाइनेंशियल की बात, माइनिंग की बात हो प्रत्येक कामों में आम जनता इस पार्टी से मुख मोड़ चुके है।
वहीं पुराने नेताओं के आप पार्टी में शामिल होने के मुद्दे पर कहा कि बदलाव वाली पार्टी के कारण नेता शामिल हुए थे। दरअसल, एक पार्टी से जब नेता को टिकट नहीं मिलती तो वह दूसरी पार्टी में शामिल होने के लिए चला जाता है। वहीं पैराशूट के जरिए शामिल हुए आप पार्टी के नेताओं ने भी उनकी इमेज खराब की है। राजिंदर बेरी पर आप पार्टी के पैसे खाने के आरोपों को लेकर कहा कि कई बार टिकट ना मिलने से नाराज नेता पार्टी के आला अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते ही है, ऐसे में राजिंदर बेरी पर पैसे खाने के मामलों में उन्हें कोई ज्यादा सच्चाई दिखाई नहीं देती है। दूसरी ओर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत नाजुक होने के बाद आंदोलन को ओर तीखा करने के ऐलान पर परगट सिंह ने कहा कि सभी किसान जत्थेबंदियों और राजनीतिक पार्टियों को इकट्ठे होकर डल्लेवाल के आमरण अनशन को खत्म करवाना चाहिए।
शहादत देकर मसले का हल नहीं होता। भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी किसानों को तहस-नहस करने पर तूली हुई है। उनकी नजर पंजाब के फूड बॉल पर है। दरअसल, पंजाब की मिट्टी ऐसी मिट्टी है, जिसमें प्रत्येक प्रकार की फसल उगाई जा सकती है। भाजपा उसे अंबानी और अंडानी को देकर सबकुछ कंट्रोल में करना चाहती है। वहीं तीन काले कानून रद्द करने का खामियाजा भुगतने के लिए हिंदोस्तान के किसानों के साथ ऐसा किया जा रहा है। वहीं सुखबीर बादल को तनखैय्या घोषित किए जाने की सेवा पूरी करने के मामले में परगट सिंह ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह तनखाह की सजा उन्हें कम लग रही है।
वहीं सजा पूरी होने के बाद सभी नेताओं को फिर से अकाली दल में इक्टठा होने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि पार्टी के नेता दोबारा से इक्टठे होंगे और पार्टी दोबारा जल्दी से उबर पाएगी। वहीं दिलजीत दोसांझ के शो से पहले एडवाजरी जारी होने के मामले में कहा कि यह किसी एक के लिए एडवाइजरी जारी नहीं की गई, यह पंजाब के कल्चर को देखते हुए सभी गायकों के लिए एडवाइजरी जारी होनी चाहिए। दुनियां पर सभी अच्छी और बुरी चीजे चलती रही है। ऐसे में हमारे बच्चों को खुद समझार होकर आगे आना चाहिए।