नई दिल्लीः एमएसपी की मांग पर अड़े किसानोें का आंदोलन तेज होता जा रहा है। वहीं शंभु बार्डर पर माहौल भी तनावपूर्व हो गया है। आज दोपहर 12 बजे 101 किसान पैदल शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए रवाना हुए, लेकिन बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक लिया था।
इसके बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इस पर हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। किसान पीछे की तरफ भागे। करीब 1 घंटे बाद जब किसान दोबारा दीवार के पास पहुंचे तो आंसू गैस के गोले दागे गए। इसमें एक किसान घायल हुआ, जो बठिंडा का रहने वाला है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हमने 101 किसानों की लिस्ट जारी की है।
उधर, हरियाणा पुलिस का कहना है कि हम पहले किसानों की पहचान करेंगे और फिर उन्हें आगे जाने देंगे। हमारे पास 101 किसानों के नामों की लिस्ट है और वे (किसान) लोग नहीं हैं। वे हमें अपनी पहचान नहीं करने दे रहे हैं। किसान हथियार लेकर आए हैं। वहीं हरियाणा और पंजाब पुलिस ने मीडिया को दूर से कवरेज करने की सलाह दी है।
किसानों को रोकने के लिए पुल के ऊपर और नीचे करीब 1000 जवान तैनात किए हैं। 3 वज्र वाहन खड़े किए। आंसू गैस के गोलों के डिब्बे रखे हैं। घायलों को ले जाने के लिए 10 एंबुलेंस के अलावा 7 गाड़ियां तैनात की हैं। आंसू गैस के गोलों से निपटने के लिए 500 मीटर के दायरे में पानी के टैंकरों और बोरियों का इंतजाम किया है। किसानों को चश्मे और मास्क के साथ नमक भी दिया है। दरअसल, आंसू गैस से सांस लेने में दिक्कत होती है। नमक चाटने से राहत मिलती है।