कल्याण अधिकारी विवेक कुमार ने इस अवसर पर कहा कि इस प्रकार के शिविर न केवल दिव्यांगजनों की समस्याओं को समझने और उनका समाधान खोजने में सहायक होते हैं, बल्कि समाज में समानता और संवेदनशीलता की भावना को भी बढ़ावा देते हैं। यह पहल इस बात का प्रमाण है कि सामूहिक प्रयासों से समाज के प्रत्येक व्यक्ति को सम्मानजनक और समर्थ जीवन जीने का अधिकार प्रदान किया जा सकता है।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी संस्थानों और व्यक्तियों ने सराहनीय योगदान दिया है। उनकी सक्रिय भागीदारी ने इस शिविर को सफल और दिव्यांगजनों के लिए लाभप्रद बनाया। ऐसे कार्यक्रम समाज को यह संदेश देते हैं कि संवेदनशीलता और सहयोग के माध्यम से हम सभी के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।
इस मौके पर कल्याण विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।